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डीएम आफिस से कुंवर सिंह पार्क तक शिक्षकों का उमड़ा सैलाब

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आनलाइन हाजिरी के विरोध में सड़क पर उतरे शिक्षक जुलूस निकाला, धरना दिया और ज्ञापन सौंपा आजमगढ़। ऐसा बहुत कम होता जब सारे बुद्विजीवी एक बैनर तले आ जांय, ऐसा हुआ सोमवार को जब बुद्विजीवी कहे जाने वाले शिक्षक तबके ने सरकार एक फैसले के विरोध में एक बैनर तले आकर जबरदस्त प्रदर्शन किया और वह फैसला था आनलाइन हाजिरी का। इस मुद्दे पर शिक्षकों के लगभग सारे संगठन एक दिखे और एक स्वर में सरकार के इस फैसले का विरोध किया। आनलाइन हाजिरी के विरोध में सोमवार को जनपद के कुंवर सिंह पार्क में शिक्षकों का सैलाब उमड़ पड़ा। जिले का कोई भी ब्लाक नही बचा जिससे शिक्षक व शिक्षिकायें न पहुंची हों। प्रशासन को फोर्स लगानी पड़ी, प्रशासनिक अधिकारियों ने शिक्षक नेताओं की माइक बंद करवा दी लेकिन शिक्षकों के हौसलों को वह तोड़ नही सके, शिक्षकों ने जुलूस निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।  उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक काफी दिनों से अपने विभाग के आला अधिकारियों के मनमाने फैसले से तंग चल रहे हैं, कभी चिलचिलाती गर्मी में समर कैंप लगाने का आदेश तो, कभी कांवर यात्रा में ड्युटी, तो कभी ...

लोकार्पित हुई “जमीन पर उतरी कविता“ और “माजी के मजार“

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बीसवीं शताब्दी के प्रतिनिधि लेखक हैं हरिशंकर परसाई: डा. आशीष परसाई जी के जन्मशती पर आयोजित हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी आजमगढ़। जनपद के उत्तरी छोर पर स्थित श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा में बुधवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी, नई पुस्तकों के लोकार्पण सहित कई कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमे देश के हिंदी साहित्य के कई विद्वानों ने प्रतिभाग कि या अपने वक्तव्य दिये तथा प्रगतिशील लेखक संघ की सार्थकता को जीवंत किया | गतिशील लेखक संघ आजमगढ़ व श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को “स्मरण - हरिशंकर परसाई” विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति व प्रख्यात साहित्यकार विभूति नारायण राय की अध्यक्षता में प्रारंभ हुई। संगोठी से पूर्व कवि आलोचक व गांधी पी जी कालेज मालटारी विभागाध्यक्ष डा. हसीन खान की पुस्तक “जमीन पर उतरी कविता“ व सैयद सिब्ते हसन द्वारा लिखित व डा. फिदा हुसैन द्वारा अनुदित ”माजी के मजार” का लोकार्पण देश के जाने माने साहित्यकारों जिनमें प्रमुख रूप से विभूति नारायण राय, डा. आशीष त्रिपाठी, प्रियदर्शन मालवीय, रघ...