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नारी  जागरण  में महात्मा गांन्धी का योगदानं 
महात्मा गांधी और महिला उत्थान  कबीरदास  और महिला उत्थान   जमनालाल बजाज  और महिला उत्थान   विनोबा भावे  और महिला उत्थान   बाबा आम्टे  और महिला उत्थान   श्रीराम शर्मा  और महिला उत्थान  आचार्य पांडुरंग शास्त्री  और महिला उत्थान   आठवले ईश्वरचंद्र विद्यासागर  और महिला उत्थान   धोंडो केशव कर्वे   और महिला उत्थान  बाल गंधाधर जांभेकर भीमराव अम्बेडकर एनी बेसेण्ट विट्ठल रामजी शिंदे गोपाल हरि देशमुख कान्दुकुरी वीरेशलिंगम विजयपाल बघेल गोपाल गणेश आगरकर विनायक दामोदर सावरकर जयानन्द भारती केशव सीताराम ठाकरे रघुनन्दन भट्टाचार्य राजा राममोहन राय 

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महर्षि डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे  (अप्रेल १८, १८५८ - नवंबर ९, १९६२) प्रसिद्ध  समाज सुधारक  थे। उन्होने महिला शिक्षा और विधवा विवाह मे महत्त्वपूर्ण योगदान किया। उन्होने अपना जीवन महिला उत्थान को समर्पित कर दिया। उनके द्वारा  मुम्बई  में स्थापित  एस एन डी टी महिला विश्वविघालय  भारत का प्रथम महिला विश्वविघालय है। वे वर्ष १८९१ से वर्ष १९१४ तक  पुणे  के  फरगुस्सन कालेज  में  गणित  के अध्यापक थे। उन्हे वर्ष १९५८ में  भारत रत्न  से सम्मनित किया गया। जीवनी [ संपादित करें ] उनका जन्म  महाराष्ट्र  के मुरुड नामक कस्बे ( शेरावाली , जिला  रत्नागिरी ), मे एक गरीब परिवार में हुआ था। पिता का नाम केशवपंत और माता का लक्ष्मीबाई। आरंभिक शिक्षा मुरुड में हुई। पश्चात् सतारा में दो ढाई वर्ष अध्ययन करके मुंबई के राबर्ट मनी स्कूल में दाखिल हुए। 1884 ई. में उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से गणित विषय लेकर बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। बी.ए. करने के बाद वे एलफिंस्टन स्कूल में अध्यापक हो गए। कर्वे का विवाह 15 वर्ष की आयु में ह...

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भारत में महिलाओं  की स्थिति ने पिछली कुछ सदियों में कई बड़े बदलावों का सामना किया है। [4] [5]  प्राचीन काल [6]  में पुरुषों के साथ बराबरी की स्थिति से लेकर मध्ययुगीन काल [7]  के निम्न स्तरीय जीवन और साथ ही कई सुधारकों द्वारा समान अधिकारों को बढ़ावा दिए जाने तक,  भारत  में महिलाओं का इतिहास काफी गतिशील रहा है। आधुनिक  भारत  में महिलाएं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोक सभा अध्यक्ष, प्रतिपक्ष की नेता आदि जैसे शीर्ष पदों पर आसीन हुई हैं। अनुक्रम    [ छुपाएँ ]  1   इतिहास 1.1   प्राचीन भारत 1.2   मध्ययुगीन काल 1.3   ऐतिहासिक प्रथाएं 1.3.1   सती 1.3.2   जौहर 1.3.3   परदा 1.3.4   देवदासी 1.4   अंग्रेजी शासन 2   स्वतंत्र भारत 3   समय रेखा 4   संस्कृति 5   शिक्षा और आर्थिक विकास 5.1   शिक्षा 5.2   श्रमशक्ति की भागीदारी 5.3   भूमि और संपत्ति संबंधी अधिकार 6   महिलाओं के विरुद्ध अपराध 6.1   यौन उत्पीड़न 6.2   दहेज 6.3...